CLASS-7 SCIENCE


CHAPTER- 11 प्रकाश

NOTES

1. प्रकाश सरल रेखा के अनुदिश गमन करता है, यदि प्रकाश को सीधे पाइप से देखें तो वह स्पष्ट दिखाई देता है और किसी टेढ़े पाइप से देखने पर वह नहीं दिखाई देता हैं।


2. प्रकाश का परावर्तन- दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा में परिवर्तन प्रकाश का परावर्तन कहलाता है।

• समतल दर्पण द्वारा बनने वाला प्रतिबिंब दर्पण में सीधा तथा बिंब के समान आमाप (साइज) का दिखाई देता हैं।


3. दक्षिण या वाम- एक समतल दर्पण के सामने खड़े होकर दक्षिण (दाहिने) हाथ को ऊपर उठाये। तो प्रतिबिंब में बायां हाथ प्रतीत होता है।


4. गोलीय दर्पण- किसी गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ अवतल है, तो इसे अवतल दर्पण कहते हैं। यदि परावर्तक पृष्ठ उत्तल है, तो इसे उतल दर्पण कहते हैं।

  • चम्मच का भीतरी पृष्ठ अवतल दर्पण की भांति कार्य करता है, जबकि इसका बाहरी पृष्ठ उत्तल दर्पण की भांति कार्य करता है।

5. वास्तविक प्रतिबिंब- पर्दे पर बनने वाले प्रतिबिंब को वास्तविक प्रतिबिंब कहते हैं।


6. आभासी प्रतिबिंब- जो प्रतिबिंब पर्दे पर प्राप्त नहीं किए जा सकते हैं, आभासी प्रतिबिंब कहलाते हैं।


7. अवतल दर्पण- जिस दर्पण का परावर्तक पृष्ठ बाहर की ओर होता है, अवतल दर्पण कहलाता है। अवतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब साइज में बिंब से छोटा या बड़ा हो सकता है। प्रतिबिंब वास्तविक अथवा आभासी भी हो सकता हैं।

  • इस दर्पण का उपयोग दंत विशेषज्ञों द्वारा दांतों का बड़ा प्रतिबिंब देखने के लिए किया जाता है।
  • टांर्च, कारों तथा स्कूटरों के अग्रदीप के परावर्तक पृष्ठ की आकृति भी अवतल है।

8. उत्तल दर्पण- जिस दर्पण का परावर्तक पृष्ठ अंदर की ओर होता हैं, उत्तल दर्पण कहलाते हैं। उत्तल दर्पण अधिक क्षेत्र के दृश्य का प्रतिबिंब बना सकते हैं। अतः ये चालकों के पीछे के अपेक्षाकृत अधिक क्षेत्र के वाहनों को देखने में सहायता करते हैं।


9. लेंसों द्वारा बने प्रतिबिंब- लेंस पारदर्शी होते हैं। लेंस का उपयोग व्यापक रूप में चश्मों, दूरदर्शी तथा सूक्ष्म दर्शियों में किया जाता हैं।


10. आवर्धक लेंस- यह बहुत छोटे प्रिंट को पढ़ने के लिए उपयोग किया जाता है।


11. अपसारी लेंस- अवतल लेंस द्वारा आपतित प्रकाश को अपसरित (बाहर की ओर मोड़ना) करना, अतः इसे अपसारी लेंस कहते हैं।


12. अभिसारी लेंस- उत्तल लेंस उस पर पड़ने वाले प्रकाश को अभिसरित (अंदर की ओर मोड़ना) कर देता है, इसे अभिसारी लेंस कहते हैं।


13. उत्तल लेंस को आवर्धित लेंस की भांति उपयोग किया जाता है।


14. अवतल लेंस द्वारा बने प्रतिबिंब सदैव आभासी, सीधे तथा बिंब के साइज से छोटे हैं।


15. सूर्य का प्रकाश- सूर्य का श्वेत प्रकाश विभिन्न रंगों का मिश्रण है। इससे इंद्रधनुष का निर्माण होता है। इंद्रधनुष में सात वर्ण होते हैं- लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी तथा बैंगनी। जब साबुन के बुलबुले बनते हैं, तो वें रंगीन दिखाई देते हैं। जब प्रकाश किसी सीडी (CD) से परावर्तित होता है, तो अनेक वर्ण दिखाई देते हैं।

  •  सूर्य के प्रकाश में सात वर्ण विद्दमान हैं। ऐसे प्रकाश को श्वेत प्रकाश भी कहते हैं।

16. न्यूटन की डिस्क- जब डिस्क को दिन के प्रकाश में तेजी से घूमाते हैं, तो वर्ण आपस में मिल जाते हैं तथा डिस्क श्वेत सी प्रतीत होती हैं, इस डिस्क को सामान्यतः न्यूटन की डिस्क कहते हैं।


17. प्रिज्म की सहायता से श्वेत प्रकाश को अनेक रंगों में विभक्त किया जा सकता है।